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प्रेस विज्ञप्ति11 मई, 2023

विश्व बैंक ने भारत में पशुजन्य एवं स्थानिक रोगों की रोकथाम के लिए 8.2 करोड़ डॉलर मंजूर किए

The World Bank

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नई दिल्ली, 11 मई, 2023 —विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक मंडल ने सीमापार, और उभरते स्थानिक पशुजन्य संक्रामक रोगों की रोकथाम, पहचान करने और उपचार करने के उद्देश्य से और पशु स्वास्थ्य प्रबंधन की सर्वश्रेष्ठ वैश्विक प्रथाओं को अपनाने के लिए 8.2 करोड़ डॉलर के ऋण को मंजूरी दी। यह भारत के ‘एक स्वास्थ्य’ दृष्टिकोण को मजबूती देगा जो मानता है कि मनुष्य एवं पशु अपने साझा वातावरण के जरिए जुड़े हुए हैं।

पशु रोग के प्रकोप से वैश्विक स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य तंत्र के लिए जोखिम उत्पन्न होना जारी है और इसकी भारी आर्थिक लागत भी आती है। भारत में विश्व की सर्वाधिक मवेशी आबादी होने से ये जोखिम विशेष रूप से बहुत ज्यादा हैं। उदाहरण के लिए अकेले मुंहपका-खुरपका रोग (फुट एंड माउथ डिजीज) पर ही देश को सालाना 330 करोड़ डॉलर का खर्चा उठाना पड़ता है।

द एनिमल हेल्थ सिस्टम सपोर्ट फॉर वन हेल्थ प्रोग्राम  पशु रोगों एवं पशुजन्य रोगों के नियंत्रण के उद्देश्य से बनाए गए भारत के पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम का समर्थन करेगा।

भारत के लिए विश्व बैंक के कंट्री निदेशक ऑगुस्ट तानो कुआमे ने कहा कि ‘नया कार्यक्रम पशुधन एवं वन्यजीव सेक्टर में रोग निगरानी एवं पशुचिकित्सा सेवाओं को बेहतर करके पशु रोग प्रकोप के जोखिमों को घटाएगा।’ उन्होंने कहा कि ’इससे भागीदार प्रदेशों - असम, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा एवं मध्य प्रदेश के कम से कम 29 लाख पशुपालकों की बेहतर पशु स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बढ़ेगी।

अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं के जरिए, यह कार्यक्रम मानव स्वास्थ्य सेक्टर के साथ सहयोग एवं डेटा शेयरिंग को भी मजबूत बनाएगा। यह पशु उत्पादों, विशेष रूप से पशुधन एवं तरल बाजार में खाद्य गुणवत्ता एवं सुरक्षा को भी बढ़ाएगा।

कार्यक्रम के लिए टास्क टीम लीडर्स हिकुएपी काटजिउओंगुआ, आदर्श कुमार और अनुपम जोशी ने कहा कि ‘भारत में कार्यबल का करीब 68 प्रतिशत हिस्सा खेती पर निर्भर होने और शेष के घरेलू पशुओं एवं पाउल्ट्री के निकट संपर्क में होने से वे अक्सर बीमार या संक्रमित पशुओं के संपर्क में आ जाते हैं।’ उन्होंने कहा कि ‘पशु रोग एवं पशुजन्य रोग प्रबंधन पर प्रमाण आधारित नीतियों का समर्थन करके यह कार्यक्रम पशुधन मूल्य श्रृंखलाओं में खाद्य सुरक्षा को बढ़ाएगा।’

अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक (आईबीआरडी) से मिलने वाला 8.2 करोड़ डॉलर का यह ऋण प्रोग्राम फॉर रिजल्ट (पी फॉर आर) वित्तीय उपकरण का उपयोग करेगा जो निधि के वितरण को सीधे कार्यक्रम विशेष के परिणामों की उपलब्धि से जोड़ देता है। ऋण की परिपक्वता अवधि 11.5 वर्ष की है जिसमे 4.5 वर्ष की छूट अवधि भी शामिल है।

संपर्क

वाशिंगटन में
डायना चुंग
वरिष्ठ वैदेशिक मामलात अधिकारी
दिल्ली में
शिल्पा बनर्जी
वैदेशिक मामलात अधिकारी

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