नई दिल्ली, 1 अगस्त, 2022 - ऑगस्त तानो कुआमे आज से भारत में विश्व बैंक के निदेशक होंगे। वह जुनैद कमाल अहमद की जगह लेंगे जिन्होंने हाल ही में पांच साल का कार्यकाल पूरा किया है।
कोट दिवुआर के नागरिक ऑगस्त ने इससे पूर्व तुर्की गणराज्य के लिए विश्व बैंक के निदेशक के रूप में कार्य किया - जहां उन्होंने बैंक के देशीय कार्यक्रम के विस्तार का नेतृत्व किया और तुर्की के जलवायु एजेंडे के लिए बैंक के समर्थन को मजबूत किया। इससे पूर्व, उन्होंने जनवरी 2017 से अप्रैल 2019 तक विश्व बैंक समूह के स्वतंत्र मूल्यांकन समूह (आईईजी) में मानव विकास एवं आर्थिक प्रबंधन विभाग के निदेशक के रूप में कार्य किया। वे पहले लैटिन अमेरिका और कैरीबियाई देशों में और फिर मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका क्षेत्रों में समष्टि अर्थशास्त्र (मैक्रोइकोनॉमिक्स) और वित्तीय प्रबंधन व्यवहार में प्रैक्टिस प्रबंधक के पद पर भी रहे।
ऑगस्त ने कहा कि "विश्व बैंक को 75 से अधिक वर्षों से भारत की विकास उपलब्धियों का समर्थन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मैं इस महत्वपूर्ण समय में इस फलदायी साझेदारी को जारी रखने के लिए तत्पर हूं जब देश अधिक लचीला भविष्य बनाने के लिए कोविड-19 महामारी के प्रभावों से उभर रहा है।” उन्होंने कहा कि " बैंक रणनीतिक कार्यक्रमों और ज्ञान उत्पादों के माध्यम से भारत की उच्च मध्यम आय वाला देश बनने की और जलवायु एजेंडे पर एक वैश्विक नेता बनने की महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करने के लिए तैयार है।"
उन्होंने कहा कि "भारत इस साल के अंत में जी20 की अध्यक्षता संभालेगा, इसलिए बैंक वैश्विक स्तर पर इस नेतृत्व की भूमिका में भारत का समर्थन करने के लिए तत्पर है।"
ऑगस्त ने 2008 से 2014 तक, आर्थिक नीति के लिए सेक्टर मैनेजर, सेक्टर लीडर, और गरीबी न्यूनीकरण और आर्थिक प्रबंधन इकाई में प्रमुख अर्थशास्त्री के पदों पर कार्य किया और एमईएनए क्षेत्र के लिए कार्यवाहक मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में कार्य किया। 2005 से 2008 तक, उन्होंने विश्व बैंक समूह के अध्यक्ष के सहायक के रूप में कार्य किया।
उन्होंने 2002-05 में सेंटो डोमिंगो, डोमिनिकन गणराज्य में वरिष्ठ देश अर्थशास्त्री के रूप में और बाद में हैती में विश्व बैंक के प्रतिनिधि के रूप में क्षेत्रीय कार्यभार संभाला। वह विकास के लिए ज्ञान पर विश्व बैंक की 1998/99 की विश्व विकास रिपोर्ट की कोर टीम के सदस्य थे।
1996 में एक युवा पेशेवर के रूप में विश्व बैंक में शामिल होने से पहले, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम में काम किया और कोट दिवुआर और फ्रांस में एप्लाइड इकोनॉमिक्स पढ़ाया।
ऑगस्टे के पास ईएनएसएई-पेरिस से एप्लाइड इकोनॉमिक्स में स्नातक की डिग्री और ईएचईएसएस-पेरिस से अर्थशास्त्र में पीएचडी है। उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से आर्थिक प्रबंधन का भी एक कोर्स किया है।
भारत विश्व बैंक समूह का सबसे बड़ा ग्राहक है, जिसके पोर्टफोलियो में पिछले वित्त वर्ष (जुलाई 2021-जून 2022) में अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक (आईबीआरडी) से 3.98 बिलियन डॉलर और अंतरराष्ट्रीय विकास एसोसिएशन (आईडीए) से 83 मिलियन (या 0.08 बिलियन) डॉलर का ऋण शामिल है। जुलाई 2022 को, देश के लिए 99 परियोजनाओं में बैंक की शुद्ध प्रतिबद्धता 21.86 बिलियन डॉलर (आईबीआरडी 18.76 बिलियन डॉलर, आईडीए 3.0 बिलियन डॉलर) थी।