अगस्त के आखिर में हल्की बारिश हो रही थी तो उस दौरान फिलिप ली होउएरोउ ने पाकिस्तान से वाघा सीमा चौकी के रास्ते भारत में प्रवेश किया। दक्षिण एशिया क्षेत्र ( एसएआर) के लिए नवनियुक्त उपाध्यक्ष (वीपी) ली होउएरोउ ने क्षेत्र के अपने पहले भ्रमण के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच की यात्रा के वास्ते अपारंपरिक रास्ता चुना। उन्होंने जब भारत में कदम रखे तो उनके साथ निवर्तमान उपाध्यक्ष इसाबेल गुएर्रो भी थीं। ली होउएरोउ का भारतीय सेना ने अभिवादन किया और सरकारी अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर अनेक कैमरामैन भी उपस्थित थे। वाघा से आते समय ली होउएरोउ को दुनिया के कम संबद्व क्षेत्रों में से एक का दुर्लभ सीमा का दृश्य देखने को मिला। उन्होंने पाकिस्तान में प्रवेश की प्रतीक्षा में पंक्ति लगाऐ खड़े ट्रक देखे जिनमें प्याज और कपास लदी थी। यह दोनों पड़ोसी देशों के बीच सीमा व्यापार का बहुत सीमित हिस्सा है।
ली होउएरोउ, जो अभी हाल तक यूरोप और सेंट्रल एशिया के लिए विश्व बैंक के उपाध्यक्ष रहे हैं, ने कहा “मैं यह जानकर आश्चर्यचकित रह गया कि दक्षिण एशिया में अंतर-क्षेत्रीय व्यापार कुल व्यापार का केवल 5 % ही है तथा सीमा व्यापार की लागत दुनिया में सबसे अधिक लागत में शामिल है। साझा सीमाओं से साझी समृद्धि प्राप्त हो सकती है तथा बैंक में हम अधिक व्यापार और संसाधन सहयोग के लिए उनके अवसर बढ़ाने में दक्षिण एशियाई देशों की सहायता के लिए इच्छुक हैं”।
बाद में शाम को ली होउएरोउ ने सिख समुदाय के सबसे पवित्र भव्य स्वर्ण मंदिर के दर्शन किए। गोधूलि बेला मे जगमगाते स्वर्ण मंदिर में स्थानिक ग्रंथि ने ली होउएरोउ को गुरुद्वारे का भ्रमण कराया। जैसा कि सिख मंदिर गुरुद्वारे कहलाते हैं जिसके दर्शन प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु करने आते हैं। ली होउएरोउ मंदिर के परिसर में लंगर के संचालन से बहुत प्रभावित हुए जहां रोजाना औसतन 80‚000 लोगों को खाना खिलाया जाता है।
अगले दिन सुबह, ली होउएरोउ अमृतसर जिले में ग्रामीण समुदायों को देखने गए जो विश्व बैंक की आर्थिक सहायता से पंजाब ग्रामीण जल आपूर्ति एवं स्वच्छता परियोजना (पंजाब आर डब्ल्यू एस एस) के आधीन अपने मीटर से पानी आपूर्ति की योजना चला रहे हैं। हालांकि पंजाब भारत के सर्वाधिक सम्पन्न राज्यों में एक है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों को जल की घटती गुणवत्ता और स्वच्छ पीने के पानी की घरों तक पहुंच के अभाव जैसी दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ता है। पंजाब आरडब्ल्यूएसएस परियोजना 840 गांवों तक स्वच्छ पीने का पानी लाने में सहायता कर रही है तथा 18 गांवों को निर्बाध 24 घंटे पीने का पानी मिलने लगा है।
ली होउएरोउ उत्तर प्रदेश भी गए जो भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है तथा सबसे अधिक गरीब राज्यों में एक है। भारत के लिए विश्व बैंक की नई देश भागीदारी रणनीति (2013-17) में उत्तर प्रदेश जैसे कम आय वाले राज्यों में अधिक व्यापक कार्यक्रम पर बल दिया गया है जो निरंतर असीम विकास चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
ली होउएरोउ आगरा जिले में आरम्भिक शिशु देखरेख केंद्र (अर्ली चाइल्डहुड केयर सेंटर) में प्री-स्कूल बच्चों के समूह से मिले। उन्होंने बच्चों और उनकी देखरेख करने वालों से बात की ताकि देश की उच्च स्तर कुपोषण से निपटने के प्रयासों में चलाए जा रहे पोषण और शैक्षिक कार्यक्रमों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके। देश में उच्च स्तर के कुपोषण से आने वाली पीढ़ियों की पूर्ण उत्पादक क्षमता अवरुद्ध रहती है। ली होउएरोउ इसके बाद नजदीकी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय गए जो गरीब परिवारों की लड़कियों के लिए आवासीय स्कूल है और प्रायः उन परिवारों की लड़कियों की पहली पीढ़ी को शिक्षा उपलब्ध कराता है। विश्व बैंक सभी बच्चों, विशेषकर स्कूली शिक्षा से वंचित पृष्ठभूमि की लड़कियों और बच्चों को शिक्षा देने के भारत सरकार के प्रयासों का समर्थन कर रहा है। स्कूली शिक्षा से अछूते 2 करोड़ से अधिक बच्चों को सरकार के प्रमुख कार्यक्रम सर्व शिक्षा अभियान (सबके लिए शिक्षा) से जोड़ा जा चुका है तथा अब यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है कि बच्चे स्कूल न छोड़ें और माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने का लाभ उठाएं।